मंत्री बनते ही चंबल अंचल में सिंधिया का दबदबा बढ़ गया। ताजा स्थिति को देखें तो नरेंद्र सिंह तोमर और सिंधिया की जुगलबंदी का लाभ जहां नरोत्तम मिश्रा को भरपूर मिल रहा है तो वहीं इसी अंचल के तीन दिग्गज नेता प्रभात झा, अनुप मिश्रा और जयभान सिंह पवैया ऐसा लगता है जैसे लामबंद हो गये हैं। एक वह भी दौर था जब इन तीनो ही भाजपा नेताओं की इस क्षेत्र में परचम लहराया हुआ था। लेकिन जिस तरह से सिंधिया की भाजपा में एंट्री हुई उससे इस अंचल में कई नेताओं के राजनीतिक भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। खबरी दाऊ कहिन है कि समय की चाल देखिए एक समय था जब इन तीनों नेताओं के रुतबे के आगे कोई नहीं टिकता था। लेकिन वक्त की हेरा फेरी देखिए इन तीनों दिग्गज नेताओं की राजनीति कैसे अर्श से फर्श पर आ पहुंची है। देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि यह अपने पूर्व समय को कैसे वापस लाते हैं।
