ग्वालियर। आर्थिक अपराध शाखा ने शुक्रवार की शाम 6.15 बजे नगरनिगम के पार्क विभाग में पदस्थ सबइंजीनियर वर्षा मिश्रा को 15 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए निगम मुख्यालय के बाहर कार से गिरफ्तार कर लिया है। सब इंजीनियरा वर्षा मिश्रा नगरनिगम के पार्क विभाग में तैनात है और सब इंजीनियर नगर निगमके 5 पार्को के रखरखाव के लिये दिये गये ठैके के बिल पास कराने के बदले रिश्वत ले रही थी। महिला सब इंजीनियर को ईओडब्ल्यू ने महिला अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर थाना विश्वविद्यालय में कार्यवाही को अंजाम दिया।
ग्वालियर नगर निगम सब इंजीनियर वर्षा मिश्रा ने 5 पार्कों के संधारण को लेकर हुए 1 करोड़ 72 लाख के टेंडर में पहले 5 फीसदी फीसदी की रिश्वत मांगी थी। बाद में 3 फीसदी कमीशन देना तय हुआ था। जिसके बाद शुरूआती बिल की राशि के कमीशन में से 5 हजार रूपए ठेकेदार से गुरुवार को ले लिए थे जबकि 15 हजार रूपये की रिश्वत शुक्रवार को ले रहीं थीं। इसी बीच नगर निगम मुख्यालय के बाहर से वर्षा मिश्रा को म्व्ॅ की महिला टीम ने पकड़ लिया। यह राशि नगर निगम के 5 पार्कों के रखरखाव के लिए पास हुए टेंडर के बिल को पास करने के एवज में ली जा रही थी। सब इंजीनियर वर्षा मिश्रा ने नगर निगम के 5 पार्कों के रखरखाव का ठेका लेने वाले सुरेश सिंह यादव व उसके पार्टनर अतुल सिंह यादव से उनके जनवरी माह के बिल 6 लाख 70 हजार के बिल पास करने के एवज में कमीशन के हिसाब से 20 हजार रूपये मांगे थे।
बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के निर्देश के बाद लगातार रिश्वतखोरों के खिलाफ हो रही कार्यवाही के बावजूद भ्रष्टाचार में कमी नहीं आ रही, सरकारी अधिकारी कर्मचारी बेखौफ रिश्वत ले रहे हैं। हालाँकि लोकायुक्त, ईओडब्ल्यू जैसे एजेंसियां उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर रही हैं लेकिन सरकारी मुलाजिमों में इसका कोई भय नहीं है।
आर्थिक अपराध शाखा की सब इंस्पेक्टर भीष्म तिवारी ने बताया कि कार्यालय आकर नगरनिगम के पार्को के रख-रखाव के ठेका लेने अनूप यादव और सुरेश यादव ने शिकायत की थी कि नगरनिगम की सब इंजीनियर वर्षा मिश्रा उनका पहला बिल 6 लाख 71 हजार रूपये के 5 प्रतिशत के अनुसार 33 हजार रूपये पास करने के एवज में मांग रही थी लेकिन यह मामला 3 प्रतिशत के अनुसार 20 हजार रूपये में तय हो गया जिसकी पहली किश्त 9 फरवरी को 5 हजार रूपये दे दिये थे। बाकी 15 हजार रूपये शुक्रवार की शाम 6.15 बजे निगम मुख्यालय के बाहर कार में बैठकर सुरेश यादव लिये और इसका ईओडब्ल्यू की टीम को सिग्नल मिलते दबोच लिया। फिलहाल ईओडब्ल्यू की टीम महिला सब इंजीनियर से पूछताछ कर रही है। ईओडब्ल्यू की इंस्पेक्टर नीतू सिंह, सबइंस्पेक्टर भीष्म तिवारी, नम्रता भदौरिया, योगेन्द्र दुबे, सूबेदार एकता दीक्षित आरक्षक सत्यप्रकाश सविता और नरेश आदि टीम ने कार्यवाही को अंजाम दिया।
