भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने सदन में मांग उठाई है कि सभी विधायकों को अपनी संपत्ति का ब्यौरा पटल पर रखना चाहिए. नेता प्रतिपक्ष ने सदन में बजट अभिभाषण पर चर्चा के दौरान और भी कई प्रमुख मांगों को उठाया. नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने आरोप लगाया कि विपक्ष लंबे समय से कई जनहित के मुद्दों को उठा रहा है मगर सरकार की ओर से जवाब नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने का प्रश्नों की सही जानकारी नहीं मिल रही है. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि सभी विधायकों को अपनी संपत्ति का ब्यौरा देना चाहिए. गोविंद सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार हवाई पट्टियां बना रही है जबकि जनता रोटी, कपड़ा और मकान जैसी मूलभूत जरूरतों के लिए संघर्ष कर रही है.
कर्ज में डूप रहा प्रदेश
उन्होंने कहा कि प्रदेश लगातार कर्ज में डूब रहा है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए लगभग 300 करोड़ रुपए खर्च किए हैं इनमें से 20 करोड़ गमले और खूबसूरती पर खर्च किए गए हैं. नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार को अस्पतालों की हालत पर ध्यान देना चाहिए, जहां पर मशीनें खराब हैं और लोगों को अपनी जांच करवाने के लिए निजी अस्पतालों में जाना पड़ रहा है. इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष ने कमिश्नर प्रणाली भी खत्म करने की मांग उठाई.
गृह मंत्री ने आरोपों का किया खंडन
वहीं, सदन में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर सीधे-सीधे निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बनी बनाई सरकार कांग्रेस संभाल नहीं पाई और अब फिर से सरकार बनाने का सपना देख रही है. गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस का यह सपना कभी पूरा नहीं होने वाला है. कांग्रेस को जनता ने नकार दिया है. गृहमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों को भी गलत करार दिया है।
