भोपाल । आजकल देशभर में फर्जी वोटर लिस्ट पर बवाल है, ऐसे में मध्यप्रदेश के 38 राजनीतिक दलों को लेकर चुनाव आयोग ने सवाल खड़ा किया है. इनमें से 15 राजनीतिक दल अगला विधानसभा और लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. इस सूची में 23 राजनीतिक दल और हैं, जिनको चुनाव आयोग नोटिस देने की तैयारी कर रहा है. इस प्रकार मध्यप्रदेश में इन सियासी पार्टियों के वजूद पर संकट है. इनका चुनाव ल़ड़ना अब मुश्किल हो जाएगा. मध्यप्रदेश में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रामप्रताप सिंह जादौन ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि इन राजनीतिक दलों को डी-लिस्ट किए जाने की जरूरत क्यों पड़ी.
इन पर इसलिए गिरी गाज
मध्यप्रदेश के जिन राजनीतिक दलों पर आयोग ने चुनाव लड़ने पर रोक लगाई है, उसकी वजह क्या है? इस पर संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राम प्रताप सिंह जादौन ने बताया ष्जांच करने पर ये तथ्य सामने आया है कि इनमें से कई पार्टियों ने बीते 6 साल से यानी 2019 से अब तक एक चुनाव भी नहीं लड़ा है. इन राजनीतिक दलों को पहले कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएंगे। चुनाव आयोग के अनुसार नोटिस देने के 15 दिन बाद उन्हें सुनवाई का भी मौका दिया जाएगा. उसके बाद विस्तृत रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजी जाएगी. इसके बाद इन राजनीतिक दलों की डी-लिस्टिंग को लेकर निर्णय होगा. अभी चुनाव आयोग ने देशभर में 334 राजनीतिक दलों को हटाया है. इनमें 15 मध्यप्रदेश के भी हैं।
सवर्ण समाज पार्टी समेत इन सियासी दलों पर रोक
मध्यप्रदेश में जिन राजनीतिक दलों की मान्यता रद्द हुई है, वे अब आगे कभी चुनाव नहीं लड़ पाएंगे, उनकी संख्या 15 है. इनमें सबसे ज्यादा 4 दलों का मुख्यालय भोपाल में हैं. इसके अलावा झाबुआ, मंडला, उज्जैन, मुरैना, इंदौर, रीवा, विदिशा, सागर और जबलपुर में मुख्यालय हैं.
इन दलों में अंजूमन पार्टी भारतीय जय भीम पार्टी, भारतीय ग्रामीण समाज पार्टी, भारतीय जन जागरूक पार्टी, भारतीय सत्य संघर्ष पार्टी, गोंडवाना कांग्रेस पार्टी, गोंडवाना मुक्ति सेना, जय मानवता पार्टी, जनता विकास पार्टी, जन न्याय दल, किसान मजदूर प्रजा पार्टी, क्रांतिकारी किसान सेना, लोकतांत्रिक सरकार पार्टी, राष्ट्रीय वाहिनी पार्टी, सवर्ण समाज पार्टी शामिल हैं. संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राम प्रताप सिंह जादौन ने बताया ष्15 राजनीतिक दलों को 15 दिन का समय दिया गया था. उसके बाद इन्हे डी-लिस्ट किया गया है.ष्
इन 23 दलों को भेजे गए शो-कॉज नोटिस
इस प्रक्रिया में अब मध्यप्रदेश के 23 अन्य राजनीतिक दलों को नोटिस भेजे गए हैं. इनमें आदिजन मुक्ति सेना, अद्वैत ईशावस्याम कांग्रेस, अखिल भारतीय जन मोर्चा, अॉल इंडिया डेमोक्रेटिक पार्टी, बहुजन संघर्ष दल, भारतीय नव युवक पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय मजदूर दल. भारतीय अपना अधिकार पार्टी, भारतीय जन युग पार्टी, भारतीय सामाजिक एकता पार्टी, भारतीय श्रमिक दल सोशलिस्ट, बृहत्तर भारत प्रजातात्रिक सेवा पार्टी, इनकलाबी पार्टी, मध्यप्रदेश नव निर्माण सेना, नेशनल वर्ल्ड लाइफ पंचतत्व पार्टी, लोक राज्य पार्टी, रहबर पार्टी, राष्ट्रीय धर्म निरपेक्ष नव भारत पार्टी, राष्ट्रीय गरिमा पार्टी, राष्ट्रीय महाजन शक्ति पार्टी, सर्व भवंति सुखिन पार्टी, द इम्पिरियल पार्टी अॉफ इंडिया विश्व आदर्श भारत पार्टी “ाामिल हैं ।
मध्यप्रदेश चुनाव आयोग का अचानक एक्शन, ये 15 पार्टियां नहीं लड़ पाएंगी चुनाव
