प्रदेश में 3 दिनों तक शीतलहर चलने का यलो अलर्ट जारी
भोपाल। मध्य प्रदेश में इस बार मानसून की विदाई देरी से हुई. ऐसे में माना जा रहा था कि ठंड का आगमन भी देरी से होगा, लेकिन इस बार शुरुआती ठंड ने कई जिलों में रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. बीते 24 घंटे में हुए तापमान के बदलाव के कारण इंदौर में बीते 25 सालों का रिकॉर्ड टूट गया, तो वहीं भोपाल में बीते 10 साल में दूसरा सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश में अगले तीन दिनों तक शीतलहर चलने का यलो अलर्ट भी जारी किया है.
भोपाल-इंदौर में 5 से 7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट
मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि ष्बीते 24 घंटे में मध्य प्रदेश में कहीं बारिश दर्ज नहीं की गई है. प्रदेश के सभी जिलों में मौसम साफ है. बीते 24 घंटों में ग्वालियर-चंबल और उज्जैन संभाग के जिलों में अधिकतम तापमान में माइनस 3 से माइनस 5 डिग्री सेल्सियस का अंतर आया है. जबकि प्रदेश के अन्य जिलों में माइनस एक से माइनस 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है.
वहीं, प्रदेश में न्यूनतम तापमान के बारे में देखा गया है कि राजगढ़, भोपाल, शाजापुर और इंदौर जिलों में 5 से 7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है. जबकि सतना और जबलपुर में माइनस एक से माइनस 3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
इंदौर-भोपाल में ठंड का रिकॉर्ड टूटा
शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात ठंड ने प्रदेश के कई जिलों में रिकार्ड तोड़ दिया. इंदौर का न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इससे पहले साल 1998 में नवंबर के महीने में रात का पारा 5.6 डिग्री तक पहुंचा था. यानि बीते 25 सालों में नवंबर के महीने में ऐसी ठंड नहीं पड़ी. वहीं बीते 24 घंटों में भोपाल का न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. बीते 10 सालों में नवंबर के महीने में यह दूसरा सबसे कम तापमान है. इससे पहले भोपाल का न्यूनतम तापमान नवंबर महीने में 8.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
मध्य प्रदेश में शीतलहर का अलर्ट, इंदौर में टूटा 25 साल का रिकॉर्ड, भोपाल भी कंपकंपाया
