एमपी: बांधवगढ़ में बाघ गणना की तैयारी जारी, कैमरा ट्रैप के लिए दी जा रही ट्रेनिंग

उमरिया। साल 2026 में बाघ गणना होनी है, और उसके लिए इन दिनों बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में तैयारियां तेजी के साथ चल रही हैं. साथ ही अलग-अलग स्तर के ट्रेनिंग के काम भी चल रहे हैं. जिसके तहत बाघ गणना के लिए कैमरा ट्रैप लगाया जाता है. इसके लिए भी ट्रेनिंग का आयोजन किया गया है.
विशेष कैमरा ट्रैप दल का गठन
उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के इको सेंटर ताला में 2026 में होने जा रहे बाघ गणना के लिए ट्रेनिंग का दौर जारी है. इस बार विशेष कैमरा ट्रैप के लिए ट्रेनिंग का आयोजन किया गया. इस ट्रेनिंग के लिए पहले से चयनित मास्टर ट्रेनर्स ने बांधवगढ़ के 9 परिक्षेत्र से चुने गए 27 फील्ड स्टाफ का चयन किया गया. और उन्हें ट्रेनिंग दी गई है. इस ट्रेनिंग का मुख्य मकसद ये है कि स्टाफ कैमरा ट्रैप को सही प्रोटोकॉल के तहत सही ढंग से सही जगह पर स्थापित कर सके, जिससे बाघों की सही गणना की जा सके.
ट्रेंड दल लगाएगा ट्रैप कैमरा
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक अनुपम सहाय ने बताया कि विशेष ट्रैप कैमरा के लिए दल गठित किया गया है. वही दल आगामी समय में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में होने वाले बाघ गणना के लिए शहडोल वनवृत्त और अन्य सभी परिक्षेत्र में कैमरा ट्रैप लगाने का कार्य करेगा. और इससे जो डाटा मिलेगा, उसके आधार पर बाघ और अन्य वन्य प्राणियों की सटीक गणना हो सकेगी.
बाघ गणना में ट्रैप कैमरा का बड़ा रोल
बाघ गणना के लिए कैमरा ट्रैप का बहुत अहम रोल होता है, क्योंकि कैमरा ट्रैप में जो तस्वीर सामने आती हैं उसी के आधार पर बाघों की गणना की जाती है. इसलिए जरूरी होता है कि कैमरा सही स्थान पर लगाया जाए, और इसके लिए निश्चित प्रोटोकॉल के तहत कैमरे लगाए जाते हैं. उसी के लिए जरूरी होता है कि जो कैमरा ट्रैप दल गठित किया गया है, वह पूरी तरह से ट्रेंड हो. और सही प्रोटोकॉल के तहत कैमरा लगाए, जिससे बाघों की सही गणना हो सके।

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