मोबाइल फोन में फीड था सीसीटीवी मॉनिटरिंग ऐप जिसके जरिए वह परिसर में छात्राओं परग रखता था नजर
नई दिल्ली । लड़कियों के यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार आरोपी बाबा चौतन्यानंद से दिल्ली पुलिस पूछताछ कर रही है. इस दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं. बताया जाता है कि चौतन्यानंद सेक्स टॉय का भी शौकीन था. उसके कमरे से सेक्स टॉय बरामद हुआ है. साथ ही 5 सीडी भी मिले हैं, जिनमें पॉर्न मैटेरियल हैं
दिल्ली पुलिस बुधवार को बाबा को आश्रम में उसके कमरे में लेकर गई थी. पुलिस को तलाशी के दौरान तीन फोटो भी मिली, जिनमें वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और यूके के एक अन्य नेता के साथ दिख रहा है, ये तीनों फोटो फर्जी हैं.
पुलिस की टीम ने बागेश्वर, अल्मोड़ा और अन्य स्थानों का भी दौरा किया. जहां आरोपी बाबा फरारी के दौरान रुका था, ताकि तथ्यों का मिलान किया जा सके. मामले की तेजी से जांच की जा रही है.
जांच में ये बात भी सामने आई है कि दिल्ली के एक निजी संस्थान में 17 छात्राओं के यौन उत्पीड़न का आरोपी चौतन्यानंद ने महिलाओं और कर्मचारियों की गुप्त रूप से तस्वीरें खींचीं, उनसे अश्लील बातें करता था और सीसीटीवी निगरानी ऐप के जरिए छात्राओं की जासूसी भी करता था. पुलिस ने बताया कि कई दिनों तक फरार रहने के बाद रविवार को आगरा से गिरफ्तार किए गए बाबा का सामना उसकी तीन महिला सहयोगियों से भी कराया जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक, ये तीनों बहनें हैं, इन्होंने छात्राओं को कथित तौर पर धमकाया और उन्हें अश्लील मैसेज को डिलीट करने के लिए मजबूर किया. इन तीन महिलाओं में से एक संस्थान की डीन और दो अन्य वार्डन थीं।
एक अधिकारी ने बताया, “गिरफ्तारी से कुछ दिन पहले की चौट में उसे महिलाओं से अश्लील बातें करते हुए देखा जा सकता है. एक बातचीत में, उसने एक महिला से उसे रिझाने के लिए कहा और उसे गले लगाने व चूमने वाले इमोजी भेजे. उसने इस काम के लिए महिला को ऑनलाइन भुगतान भी किया.”
उन्होंने बताया, “वह महिलाओं को एअरहोस्टेस या अपने संस्थान में पद दिलाने का वादा करके लुभाता था और इसी बहाने बातचीत शुरू करता था. चौतन्यानंद का कार्यालय एक महंगे होटल जैसा था, ताकि उससे मिलने आने वाली महिलाओं को प्रभावित किया जा सके. आरोपी बाबा महिलाओं को गहने सहित महंगे उपहार देता था और उनसे योग करते हुए अपनी तस्वीरें व वीडियो साझा करने को कहता था.”
पुलिस ने बताया कि चौतन्यानंद के मोबाइल फोन में एक सीसीटीवी मॉनिटरिंग ऐप भी मिला है, जिसके जरिए वह परिसर और छात्रावास में छात्राओं पर नजर रखता था. जांच में पता चला कि फरार रहने की अवधि में आरोपी ने लंदन के नंबरों का इस्तेमाल पकड़े जाने से बचने के लिए किया था, लेकिन आखिरकार उसके आईपी एड्रेस के जरिए उसका पता लगा लिया गया.
उन्होंने बताया कि खुद को बचाने के लिए चौतन्यानंद अक्सर प्रभावशाली हस्तियों के नाम लेता था और उसने भारत के प्रधान न्यायाधीश के नाम पर पुलिस को धमकाया और प्रभाव व समर्थन हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से अपने संबंधों का झूठा दावा किया. अधिकारी ने बताया कि आरोपी बाबा जांच में सहयोग नहीं कर रहा था और उसने कई मौकों पर पूछताछ करने वालों को गुमराह करने की कोशिश की।
उन्होंने बताया, “चौतन्यानंद को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है और वह गोलमोल जवाब दे रहा है. चौतन्यानंद पूछताछ के दौरान बार-बार झूठ बोलता रहा और यहां तक कि सबूतों के सामने आने पर भी उसने मुंह नहीं खोला. दस्तावेज और डिजिटल सबूत दिखाए जाने पर भी चौतन्यानंद अनिच्छा से जवाब देता है।