श्रीकाकुलम। आंध्र प्रदेश में श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भगदड़ मचने से 9 लोगों की जान चली गई. वहीं, कई घायल बताए जा रहे हैं. मरने वालों में आठ महिलाएं और एक 13 साल का लड़का शामिल है. खबर के मुताबिक, नवनिर्मित मंदिर में लोहे की रेलिंग गिरने से बड़ा हादसा हो गया।
यह घटना उस समय हुई जब एकादशी के अवसर पर मंदिर में हजारों की संख्या में भक्तों की भीड़ जमा हुई थी. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई. वहीं, घायलों को तुरंत इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया. पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है. वहीं, इस घटना पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्य के मुख्यमंत्री समेत तमाम नेताओं ने गहरा दुख जताया है।
भगदड़ में सात श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, दो अन्य की इलाज के दौरान मौत हुई. वहीं, घायल 13 लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. वहीं पलासा अस्पताल में भर्ती तीन गंभीर रूप से घायलों का इलाज चल रहा है. सरकार ने मंदिर में भगदड़ की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आज लगभग 15,000 श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन किए।
गृह मंत्री अनीता ने कहा कि आमतौर पर हर हफ्ते 1500 से 2000 श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. मंदिर पहली मंजिल पर स्थित है. 20 सीढ़ियां चढ़ने के दौरान रेलिंग टूट गई जिससे लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े और भगदड़ मच गई. घटना को लेकर व्यापक जांच के आदेश दे दिए गए हैं.कलेक्टर और एसपी ने मंदिर के अध्यक्ष हरिमुकुंद पंडा को मामले की विस्तृत जानकारी के लिए तलब किया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे पर दुख जताया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई भगदड़ पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने एक्स पोस्ट पर कहा कि, श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई दुखद घटना में हुई जान-माल की हानि के बारे में जानकर वह स्तब्ध हैं. उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से पीड़ित परिजनों को मिलेगी अनुग्रह राशि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई भगदड़ से उन्हें बहुत दुख हुआ. उन्होंने कहा, ष्मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. ष्मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द स्वस्थ हों.ष् पीएम मोदी ने कहा कि, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी. घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे।
उपराष्ट्रपति ने मंदिर भगदड़ पर दुख जताया
उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई भगदड़ पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है. साथ ही उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.
सीएम चंद्रबाबू ने गहरा दुख जताया
राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि, उन्हें वेंकटेश्वर मंदिर में हुई भगदड़ की घटना से गहरा दुख हुआ है. उन्होंने कहा कि, इस दुखद घटना में श्रद्धालुओं की मृत्यु अत्यंत हृदयविदारक है.
सीएम ने कहा, ष्मैं मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.ष् उन्होंने अधिकारियों से घायलों का शीघ्र और उचित उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्होंने स्थानीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया है कि वे घटनास्थल का दौरा करें और राहत कार्यों का निरीक्षण करें.
राज्यपाल एस अब्दुल नजीर ने मंदिर भगदड़ पर दुख जताया
वहीं, आंध्र प्रदेश के राज्यपाल एस अब्दुल नजीर ने श्रीकाकुलम जिले के कासीबुग्गा स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में श्रद्धालुओं की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है.
पवन कल्याण ने गहरा दुख जताया
वहीं, डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने एक्स पोस्ट कर इस घटना पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने कहा, ष्यह अत्यंत दुखद है कि श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए उमड़े हजारों श्रद्धालुओं के कारण मची भगदड़ में 9 श्रद्धालुओं की जान चली गई…सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाएगी कि इस घटना में घायलों को सर्वोत्तम उपचार मिले।
राज्य के गृह मंत्री ने गहरा दुख जताया
गृह मंत्री अनीता ने घटना पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने पुलिस अधीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से घटना के बारे में बात की. गृह मंत्री ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि, राहत कार्य तेज किए जाएंगे और घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाएगी. वहीं, राज्य के कृषि मंत्री के अत्चन्नायडू तुरंत दुर्घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने घटना की जानकारी जुटाने के लिए मंदिर के अधिकारियों से बात की. मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है.
मंदिर में भगदड़ क्यों मची?
एकादशी के मौके पर वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में जैसे ही भक्त गर्भगृह के करीब जाने की कोशिश करने लगे, प्रवेश द्वार के पास भीड़ बढ़ गई और अफरा-तफरी मच गई. स्थानीय अधिकारी और पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं. राहत बचाव कार्य जारी है।
अचानक हुई भीड़ के कारणों की हो रही जांच
अधिकारी भीड़ को नियंत्रित करने और मंदिर परिसर में व्यवस्था बहाल करने के प्रयास कर रहे हैं. अचानक हुई भीड़ के कारणों की जांच की जा रही है। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है और उन्हें आश्वासन दिया है कि घायलों को आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है।
वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने सरकार पर साधा निशाना
आंध्र प्रदेश के वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भगदड़ पर पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने गहरा दुख व्यक्त किया. अपने बयान में उन्होंने कहा कि, ऐसी ही घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं. तिरुपति में वैकुंठ एकादशी के दौरान छह और सिंहचलम मंदिर में सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी.
उन्होंने इस घटना को लेकर चंद्रबाबू सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, बार-बार होने वाली त्रासदियों के बावजूद, सरकार उचित सावधानी बरतने में विफल रही है. उन्होंने राज्य सरकार पर घोर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि, निर्दोष लोगों की बार-बार होने वाली यह मौत चंद्रबाबू नायडू सरकार की असमर्थता को दर्शाती है. उन्होंने सरकार से भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए गंभीर सुधारात्मक कदम उठाने का आग्रह किया।
भाजपा प्रवक्ता सादिनेनी यामिनी शर्मा दुख जताया
मंदिर हादसे पर भाजपा प्रवक्ता सादिनेनी यामिनी शर्मा ने गहरा दुख जताया है. उन्होंने कहा कि, भगदड़ में 9 से अधिक लोगों की जान चली गई. उन्होंने कहा कि, भाजपा आंध्र प्रदेश और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है.
उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी ने प्रत्येक शोक संतप्त परिवार को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. हम मृतकों की आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं. उन्होंने कहा कि, सरकार आवश्यक चिकित्सा व्यवस्था कर रही है और भाजपा उनसे पारदर्शी जांच कराने का भी आग्रह करती है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए।
नवनिर्मित मंदिर में प्रवेश और निकास का केवल एक ही द्वार
काशीबुग्गा उप-मंडल प्रभारी डीएसपी लक्ष्मण राव ने बताया कि भगदड़ सुबह करीब 11.30 बजे हुई. मंदिर में भीड़ के कारण कई भक्त बेहोश हो गए या उन्हें चोटें आईं. उन्होंने कहा कि, जब भक्त गर्भगृह के करीब जाने की कोशिश करने लगे, तो दहशत फैल गई, जिससे प्रवेश द्वार के पास भीड़भाड़ हो गई. स्थानीय अधिकारी और पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया।
जिला प्रशासन ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायलों को आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहा है. बताया जा रहा है कि, नवनिर्मित मंदिर में प्रवेश और निकास का केवल एक ही द्वार है।
