निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर: दूसरे दिन 7650 मरीजों का हुआ इलाज, विधानसभा अध्यक्ष शिविर में पहुंचे

ग्वालियर। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिजारी वाजपेयी की 100वी जन्म जयंती के उपलक्ष्य में एम्स के सहयोग से एलएनआईपीई में आयोजित हो रहे स्वास्थ्य शिविर में मानव सेवा का कीर्तिमान स्थापित हो रहा है। इस विशाल निरूशुल्क स्वास्थ्य शिविर के पहले दो दिन में ही लगभग 21 हजार 500 मरीजों का निरूशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण व इलाज हो चुका है। शिविर के दूसरे दिन यानि गुरुवार 26 दिसम्बर को एम्स के चिकित्सकों द्वारा 7 हजार 647 मरीजों का निरूशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण व उपचार किया गया। दूसरे दिन मरीजों व उनके परिजनों को मिलाकर लगभग 15 हजार लोगों का आगमन एलएनआईपीई परिसर में हुआ। मरीजों व उनके परिजनों को शिविर में निरूशुल्क भोजन भी कराया गया। ज्ञात हो मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बीते रोज इस शिविर का उदघाटन किया था। गत 25 दिसम्बर से शुरू हुए इस तीन दिवसीय शिविर का सामपन 27 दिसम्बर को होगा। इस दिन भी प्रातरूकाल 10 बजे से एम्स के चिकित्सकों द्वारा मरीजों का इलाज किया जायेगा।
विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर शिविर के दूसरे दिन एलएनआईपीई में पहुँचे और सेवाभाव के साथ मरीजों का इलाज कर रहे एम्स के चिकित्सकों व उनकी पूरी टीम का उत्साहवर्धन किया। साथ ही जिला प्रशासन, नगर निगम व स्वास्थ्य सहित शिविर के आयोजन में सहयोग कर रहे सभी विभागों के अधिकारियों व सामाजिक संस्थाओं के वॉलेन्टियर्स को भी शाबाशी दी। उन्होंने मरीजों से भी चर्चा कर यहाँ मिल रहीं स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी ली। सभी मरीजों ने शिविर की व्यवस्थाओं को बेहतर बताया। सांसद भारत सिंह कुशवाह, पूर्व मंत्री श्रीमती इमरती देवी व भाजपा जिला अध्यक्ष अभय चौधरी, नगर निगम सभापति मनोज सिंह तोमर भी शिविर में सहयोग के लिये गुरुवार को एलएनआईपीई पहुँचे। साथ ही संभागीय आयुक्त मनोज खत्री, कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान, निगम आयुक्त अमन वैष्णव, अपर कलेक्टर कुमार सत्यम व श्रीमती अंजू अरुण कुमार शिविर की व्यवस्थाओं को बेहतर से बेहतर बनाने के लिये दिन भर काम में जुटे रहे।
गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की बनी आईडी
एम्स के सहयोग से आयोजित होने जा रहे इस वृहद शिविर में मौके पर ही मरीजों का इलाज तो किया ही जा रहा है, साथ ही गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की मेडीकल आईडी भी तैयार की गई हैं। जिन मरीजों का शिविर में ऑपरेशन व इलाज संभव नहीं हुआ है, उनका इलाज इस आईडी के माध्यम से एम्स भोपाल में किया जायेगा। आईडी होने से मरीजों को एम्स में इलाज के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
एम्स के 22 विभागों के डॉक्टर्स आए हैं इलाज करने
शिविर में एम्स के 22 विभागों के चिकित्सकों के दल इलाज करने के लिये आए हैं। इनमें जनरल स्क्रीनिंग ओपीडी (मेडीसिन, सीएफएम व सर्जरी), बर्न प्लास्टिक, कार्डियोलॉजी, सीटीवीएस, डर्माटोलॉजी, डेटिस्ट्री, एंडोक्रिनोलॉजी, गेट्रोएंट्रोलॉजी, हेमोटोलॉजी, पीडियार्टिक सर्जरी, ऑन्कोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, पीडियाट्रिक्स ऑर्थोपेडिक्स, यूरोलॉजी, सायकाट्री, गायनोकॉलोजी, न्यूरो सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, ईएनटी, ट्रांसफ्यूजन मेडीसिन, आयुष व डायगनोस्टिक्स (रेडियोडायगनोसिस, ईसीजी व प्वॉइंट ऑफ केयर टेस्टिंग) शामिल हैं।

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