भारतीय पुरुष कंपाउंड टीम ने ऐतिहासिक स्वर्ण पदक और मिक्स्ड टीम ने रजत खिताब जीता

ग्वांगजू । दक्षिण कोरिया में आयोजित विश्व तीरंदाजी चौंपियनशिप में भारतीय पुरुष कंपाउंड टीम ने फाइनल में फ्रांस को 235-233 से हराकर स्वर्ण पदक जीता. यह टूर्नामेंट में भारत का पहला कंपाउंड पुरुष टीम स्वर्ण पदक है. ऋषभ यादव, अमन सैनी और प्रथमेश भालचंद्र फुगे की तिकड़ी ने फ्रांस के खिलाफ एक रोमांचक मुकाबले में संयम दिखाया और 235-233 से जीत हासिल कर पोडियम पर शीर्ष स्थान हासिल किया।
भारत का पहला विश्व चौंपियनशिप स्वर्ण पदक
तीन सेटों के अंत तक दोनों टीमें 176-176 से बराबरी पर थीं, लेकिन फिर चौथे सेट में भारत ने 59 का स्कोर करके जीत हासिल की, क्योंकि विपक्षी टीम 57 अंक ही बना पाई और इस तरह भारतीय टीम विजयी हुई. जकार्ता 1995 विश्व तीरंदाजी चौंपियनशिप के बाद यह भारत का पहला विश्व चौंपियनशिप स्वर्ण पदक मैच था. यह वही संस्करण था जहां कंपाउंड टीम को पहली बार इस प्रतियोगिता में शामिल किया गया था, जिसे फ्रांस ने जीता था।
भारतीय टीम का शानदार प्रदर्शन
फाइनल में पहुंचने के रास्ते में, भारत ने अमेरिका और तुर्की जैसी मजबूत टीम पर जीत दर्ज की थी. क्वार्टर फाइनल में उन्होंने अमेरिका पर 234-233 से मामूली अंतर से जीत हासिल की और फिर सेमीफाइनल में तुर्किये को 234-232 से हराया.
मिक्स्ड टीम ने जीता रजत पदक
यह ऋषभ का दिन का दूसरा पदक था, क्योंकि इससे पहले उन्होंने कंपाउंड मिक्स्ड टीम फाइनल में ज्योति सुरेखा वेन्नम के साथ मिलकर काम किया था. हालांकि, भारतीय जोड़ी को स्वर्ण पदक के मुकाबले में माइक श्लोएसर और साने डे लाट की डच जोड़ी से हार का सामना करना पड़ा और रजत पदक हासिल किया।
यह तीरंदाजी विश्व चौंपियनशिप में भारत का दूसरा कंपाउंड मिश्रित टीम पदक है. इससे पहले यांकटन 2021 में उन्होंने रजत पदक जीता था. बता दें कि भारतीय दल ने 2023 संस्करण में 15 पदक जीते, जिनमें तीन स्वर्ण, नौ रजत और तीन कांस्य पदक शामिल हैं।

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