नेपाल में तख्ता पलटने के बाद सुशीला कार्की ने अंतरिम प्रधानमंत्री पद की शपथ ली

काठमांडू। नेपाल में अंतरिम सरकार को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है. सुशीला कार्की नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री बन गई हैं. उन्होंने पद और गोपनीयता की ली. राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह हुआ है. खबर है कि शपथ ग्रहण के बाद कैबिनेट की पहली बैठक आज रात ही शीतल निवास में होगी. सदन को भंग कर दिया गया है. नेपाल के राष्ट्रपति, जेनरेशन जेड ग्रुप और सेना प्रमुख के बीच इस पर व्यापक सहमति बनी है।सूत्रों के अनुसार, फिलहाल सिर्फ प्रधानमंत्री पद की ही शपथ ली जाएगी।
अंतरिम मंत्रिमंडल के लिए संभावित नाम
बाला आंदा शर्मा,,आनंद मोहन भट्टराई,ओमप्रकाश आर्यल,कुलमन घीसिंग के नासामने आ रहे है।
अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र और बांग्लादेश के राजदूत पहुंचे
शपथ ग्रहण समारोह के लिए शीतल निवास पर विदेशी राजदूतों का आगमन शुरू हो गया है।वहीं सूत्रों के अनुसार पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की नेपाल की कार्यवाहक सरकार का प्रमुख बनकर आंदोलनकारी समूह की मांगों को पूरा करते हुए देश में नए सिरे से चुनाव कराएंगी।
नई सरकार बनाने के लिए दो विकल्पों पर विचार किया गया है
संसद भंग करना या उसे बरकरार रखना. हालांकि, सूत्रों का कहना है कि आंदोलनकारी समूह संवैधानिक ढांचे के भीतर समाधान खोजने पर सहमत हो गया है। ओम अर्याल को नया गृह मंत्री बनाए जाने की खबर है. वो पेशे से कानून व्यवसायी हैं. ओम मेयर बालेन के कानूनी सलाहकार भी रह चुके हैं। सुशीला कार्की अभी राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल के साथ अंतिम वार्ता के लिए शीतल निवास में ही हैं.
प्रधानमंत्री का नया कार्यालय तैयार हो गया है.
मौजूदा संसद को भंग करने को मुख्य शर्त बनाने के कारण सुशीला कार्की की अंतरिम प्रधानमंत्री पद पर नियुक्ति में देरी हो रही है. सरकार विरोधी प्रदर्शनों का नेतृत्व करने वाले ‘जेन जेड समूह के प्रतिनिधियों, सेना प्रमुख और राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल सहित विभिन्न हितधारकों के बीच लंबी वार्ता चली. कार्की के एक करीबी सूत्र का कहना है, अगर संसद बरकरार रही तो पुरानी पार्टियां चुनाव नहीं होने देंगी. वे संसद की ताकत का दिखावा करेंगी. अंतरिम सरकार को गिराकर सत्ता हथियाने की भी कोशिश की जा सकती है. ऐसे में सरकार के पास जाने का कोई मतलब नहीं है. इसलिए संसद को भंग कर देना चाहिए।
इधर, नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद वहां की स्थिति अब धीरे-धीरे सामान्य हो रही है. लोगों को राहत देने के लिए शुक्रवार सुबह सात बजे से पूर्वाह्न 11 बजे तक कर्फ्यू में चार घंटे की ढील दी गई है. इसके बाद शाम तक के लिए प्रतिबंधात्मक आदेश लागू रहे. शाम में कर्फ्यू में दो घंटे की ढील दिए जाने के बाद शाम सात बजे से अगली सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा.
प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने मंगलवार के इस्तीफा दे दिया था
भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर सरकार के प्रतिबंध के खिलाफ सोमवार को ‘जेन-जेडश् द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई में कम से कम 19 लोगों की मौत के बाद सैकड़ों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के इस्तीफे की मांग को लेकर उनके कार्यालय में घुस गए थे, जिसके तुरंत बाद मंगलवार को उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था. सोशल मीडिया पर प्रतिबंध सोमवार रात हटा लिया गया था. राष्ट्रपति पौडेल ने ओली का इस्तीफा स्वीकार कर लिया, लेकिन कहा कि उनके नेतृत्व वाला मंत्रिमंडल नयी मंत्रिपरिषद के गठन तक सरकार चलाता रहेगा।
नेपाल में हिंसक प्रदर्शन में 51 लोगों की मौत
नेपाल में भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया मंचों पर प्रतिबंध के खिलाफ हाल में हुए ‘जेन जेडश् प्रदर्शन में एक भारतीय नागरिक सहित कम से कम 51 लोगों की मौत हुई है. वर्ष 1997 से लेकर 2012 तक के बीच जन्में युवाओं को आम तौर पर ‘जेन जेडश् पीढ़ी के नाम से जाना जाता है।

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