आरएसएस के स्थापना की शताब्दी वर्ष कार्यक्रम में नागपुर में 21 हजार से ज्यादा कार्यकर्ता शामिल हुए!
नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को नागपुर में संगठन के विजयादशमी उत्सव के अवसर पर शास्त्र पूजा की. आरएसएस मुख्यालय के रेशमबाग मैदान में शस्त्र पूजा के दौरान पारंपरिक हथियारों के अलावा पिनाका एमके-1, पिनाका एन्हांस और पिनाका समेत आधुनिक हथियारों और ड्रोन की प्रतिकृतियां भी प्रदर्शित की गईं।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी उपस्थित थे. बता दें, इस वर्ष आरएसएस का विजयादशमी कार्यक्रम संघ के शताब्दी समारोह का भी प्रतीक होगा।
आरएसएस हेडक्वार्टर में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने सभी लोगों को विजयादशमी 2025 की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि मेरे जीवन में दो लोगों का बहुत बड़ा योगदान है. पहले डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार और दूसरे बाबा साहब भीमराव आंबेडकर का. उन्होंने हेडगेवार से लेकर वर्तमान आरएसएस चीफ मोहन भागवत के योगदान को याद किया.
उन्होंने कहा कि आरएसएस से मेरा परिचय उस समय हुआ, जब मैं कानपुर की घाटमपुरस विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी था. उस समय संघ के स्वयंसेवक और पदाधिकारी वे लोग थे, जिनका जाति भेदभाव से कोई मतलब नहीं था. पूर्व राष्ट्रपति ने आगे कहा कि स्वयंसेवक संघ में जाति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता. संघ हमेशा से सामाजिक एकता का हितैषी रहा है. उन्होंने कहा कि मैंने इस बात का जिक्र अपनी आत्मकथा में भी किया है, जो इस साल के अंत तक प्रकाशित हो जाएगी.
वहीं, इससे पहले मोहन भागवत और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार को श्रद्धासुमन अर्पित किए. जानकारी के मुताबिक इस बार विजयादशमी 2025 के मौके पर 21 हजार से ज्यादा स्वयंसेवक भी शामिल हो रहे हैं. संघ के 100 साल पूरे होने पर वर्षभर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. आरएसएस ने गुरुवार को अपनी स्थापना के 100वें वर्ष के अवसर पर पुणे में पथ संचलन निकाला. इसमें महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रकांत पाटिल, केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल और भाजपा सांसद मेधा कुलकर्णी भी इसमें शामिल हुए. उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की.
नागरिक उड्डयन एवं सहकारिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने बताया कि यह सभी के लिए अत्यंत हर्ष का क्षण है कि आज संघ की स्थापना को 100 वर्ष पूरे हो गए हैं. डॉक्टर साहब ने 100 वर्ष पहले देशभक्ति और राष्ट्र सेवा के भाव से इस संगठन की स्थापना की थी. उन्होंने कहा कि जब भी देश पर कोई विपत्ति आती है, संघ के स्वयंसेवक सबसे पहले आगे आते हैं. उन्होंने कहा कि हमें देश के प्रति राष्ट्रवाद की भावना के साथ इस 100 साल की यात्रा का हिस्सा बनने पर गर्व है.
उन्होंने आगे कहा कि इस संगठन का कार्य पिछले 100 वर्षों से चल रहा है. यह कार्य प्रतिकूल परिस्थितियों में शुरू हुआ और आज, दुनिया भर में लाखों स्वयंसेवक अपनी दैनिक शाखाओं के माध्यम से, अपने कार्य और आचरण से देशभक्ति और राष्ट्र प्रेम की इस भावना को प्रत्यक्ष रूप से साकार करते हैं. यह अत्यंत विनम्र करने वाला है. आज का दिन अपार हर्ष और संतोष का क्षण है।