कांग्रेस ने प्रभात फेरी निकालकर राष्ट्रपिता और पूर्व प्रधानमंत्री को नमन किया
ग्वालियर। दलित, किसान, मजदूर और समाज के अंतिम व्यक्ति तक कांग्रेस को पहुँचाने का श्रेय गांधी जी को ही जाता है। आज उनकी जयंती पर हमें यह संकल्प लेना है कि कांग्रेस पार्टी की मूल विचारधारा सत्य, न्याय और समानता को आगे बढ़ाएँगे और बापू के सपनों का भारत बनाएँगे। हम सब गांधी जी के दिखाए मार्ग पर चलें। यह बात गुरूवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 156वीं एवं पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की 121वीं जयंती के अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुरेन्द्र यादव ने कहीं।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुरेन्द्र यादव ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन करते हुए कहा कि गांधी जी का जीवन कांग्रेस पार्टी और भारत की आजादी की कहानी से अभिन्न रूप से जुड़ा हुआ है। गांधी जी ने कांग्रेस पार्टी को एक नई दिशा और पहचान दी। असहयोग आंदोलन, नमक सत्याग्रह और भारत छोड़ो आंदोलन जैसे आंदोलनों का नेतृत्व किया। इन आंदोलनों ने अंग्रेजी साम्राज्य की नींव हिला दी। कांग्रेस संगठन को गांधी जी ने सत्य और अहिंसा के मंत्र से सशक्त किया। उन्होंने हर कांग्रेस कार्यकर्ता को सेवा, त्याग और अनुशासन का पाठ पढ़ाया। इससे पहले कंाग्रेसजन कांग्रेस भवन शिंदे की छावनी पर एकत्रित हुए जहां से प्रभात फेरी के रूप में निकले, जो एम.एल.बी. रोड, फूलबाग चौराहा, वीरांगना लक्ष्मीबाई समाधी पर माल्यार्पण करते हुए पड़ाव स्थित शास्त्री जी की प्रतिमा स्थल पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की प्रतिमा पर माल्यपर्ण कर नमन किया, तत्पश्चात फूलबाग स्थित गांधी उद्यान पहुंचकर उद्यान में स्थापित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यपर्ण कर नमन किया। इस मौके पर गांधीवादी विचारधारा नेता पूर्व मंत्री बालेंदु शुक्ला, पूर्व अध्यक्ष चंन्द्रमोहन नागौरी, प्रेम सिंह नेताजी, जंएच जाफरी, मुन्नालाल खरे, रामअवतार लखनौती का शॉल श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया। उसके बाद कांग्रेस भवन शिंदे की छावनी के नीचे स्थापित कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के. कामराज की पुण्यतिथि के अवसर पर प्रतिमा पर श्रृद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा, विधायक साहब सिंह गुर्जर, प्रदेश महासचिव सुनील शर्मा, दशरथ सिंह गुर्जर, संगठन प्रभारी महाराज सिंह पटेल, हरिओम शर्मा, सरमन राय, योगेन्द्र सिंह नोनेरा, वीर सिंह तोमर, हामिद खां उस्मानी, चतुर्भुज धनोलिया, हेवरन सिंह कंषाना, मेहबूब खां चेन वाले, पी.पी. शर्मा, अवधेश कौरव, पूरन सिंह कुशवाह, भैयालाल भटनागर, रामनरेश परमार, सेवादल अध्यक्ष हरेंद्र सिंह गुर्जर आदि उपस्थित थे।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अहिंसा के मूलमंत्र को अपनायें: सुरेन्द्र यादव
